आज तार तार से वाक़िफ हूं कल जार जार को तरसा था। आज तार तार से वाक़िफ हूं कल जार जार को तरसा था।
मैं औरत हूं, बहन हूँ ,बेटी हूं, मां हूं,अभिमान हूं, अभिशाप नहीं। सिर्फ रोटियां सेंक मैं औरत हूं, बहन हूँ ,बेटी हूं, मां हूं,अभिमान हूं, अभिशाप नहीं। सिर...
जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है, मां, बहन जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है...
संवेदनाओं भरा दिल संवेदनाओं भरा दिल
तू देखे टकटकी लगाए मैं कहूँ सब आँखें झुकाए, बात चलती रही जैसे बहरा है तू भी तू देखे टकटकी लगाए मैं कहूँ सब आँखें झुकाए, बात चलती रही जैसे बहरा ह...
न शिकवा है न फ़रियाद है न कोई किसी से विवाद है, न गुलशन में महक है न भोजन में ही स्वा न शिकवा है न फ़रियाद है न कोई किसी से विवाद है, न गुलशन में महक है न भोज...